हरियाणवी लोक से उठती हर आवाज का एक खास संदर्भ और मकसद हैं । इसलिए सब तरह की आवाजों पर बात होनी चाहिए । लोकगीत,रागिणी और पॉपुलर के भेदभाव से अलग हटकर उनके कटेंट पर बात होनी चाहिए ।
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सोमवार, 28 अप्रैल 2014
सिनेमा और मनोरंजन
आमजन अपने जीवन संघर्षों और परिश्रम के बीच किस तरह अपना मनोरंजन करता हैं और उसके मनोरंजन में सिनेमा की क्या भूमिका और योगदान है.यह जानना काफी दिलचस्प और रोमांचकारी प्रक्रिया है.जिसका आकलन करना करना कठिन है.
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