मेरे पापा का कैसा (वक्त-1965) रहा होगा,
क्या उनके जीवन में कोई दाग(1973) रहा होगा.
उनके पिता और समय ने उनके चारों और दीवार(1975) खडी की होंगी.
कभी-कभी(1976) उन्होंने उन दीवारों को शायद तोडा हो,
जो त्रिशुल(1978) की भांति सीने में गढ गई हो.
या काला पत्थर(1979) बन कर रह गये हो.
ये सिलसिला (1981) कब तक चला होगा.
कभी तो जीवन में चांदनी(1989) आई होगी.
या डर डर(1993) के जीवन जीया होगा.
दिलवाले दुलहनियां ले जायेंगे-(1995)
गीत को महसूस करते हुए हमनें जवानी की दहलीज पर कदम रखे.
और दिल तो पागल है (1997) ये चर्चे चारों ओर होने लगे.
मोहब्बतें(2000) में परवान चढने लगी.
और जीवन साथिया(2002) बनकर धूम(2004) मचानी शुरु कर दी.
यश को करते रहेंगे याद,
जब तक है जान(2012).
क्या उनके जीवन में कोई दाग(1973) रहा होगा.
उनके पिता और समय ने उनके चारों और दीवार(1975) खडी की होंगी.
कभी-कभी(1976) उन्होंने उन दीवारों को शायद तोडा हो,
जो त्रिशुल(1978) की भांति सीने में गढ गई हो.
या काला पत्थर(1979) बन कर रह गये हो.
ये सिलसिला (1981) कब तक चला होगा.
कभी तो जीवन में चांदनी(1989) आई होगी.
या डर डर(1993) के जीवन जीया होगा.
दिलवाले दुलहनियां ले जायेंगे-(1995)
गीत को महसूस करते हुए हमनें जवानी की दहलीज पर कदम रखे.
और दिल तो पागल है (1997) ये चर्चे चारों ओर होने लगे.
मोहब्बतें(2000) में परवान चढने लगी.
और जीवन साथिया(2002) बनकर धूम(2004) मचानी शुरु कर दी.
यश को करते रहेंगे याद,
जब तक है जान(2012).
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