सोमवार, 23 सितंबर 2013

जन्म-दिन


 पूनम, तुम्हे
जन्म-दिन की बहुत-बहुत बधाई .
जन्म-दिन की बधाई के साथ-साथ याद करना चाहता हूं,
वो लम्हे,
जहां और जब से हमने साथ मनाने शुरु किए जन्म-दिन,
क्योंकि जीवन ही बिखरा-बिखरा सा लगता था उन दिनों,
जब तुमने आगे बढ़कर हाथ थामा था मेरा,
एक कविता के जरिए ही तुमने कह दी थी अपने मन की सारी बातें,
तब उस दिन मेरा जन्म-दिन था,
और वो इतना खास और खूबसुरत हो गया था कि,
उसकी ऊर्जा मैं आज भी अपने अंदर मौजूद पाता हूं,
शुरू-शुरू में बहुत अजीब  भी लगता था,
यूं खास-तरह से जन्म-दिन मनाना,
केक-काटना,मोज-मस्ती करना,कार्ड लेना,
समय और जगह को इतनी अहमीयत देना,
साथ-साथ घूमना,छोले-भठूरे खाना,कमला-नगर मार्केट शॉपिंग करना,
बिन कहे बहुत कुछ कह देना-समझ लेना,
आंखों में एक अजीब-सी रूमानियत के साथ देखते रहना एक-दूसरे को .
बहरहाल-----
आज जन्म-दिन तुम्हारा है,
और तुम को लेकर जो शंकाएं शादी से पहले,
मेरे मन में रहती थी,शायद तुम्हारे मन में भी होंगी,
आज वो पूरी तरह से खत्म हो चुकी है,
मुझे अंदाजा भी नहीं था कि-
हम इतनी सहजता और अपने-पन से साथ रहेंगे.
पर तुमने मुझे इतनी अधिक खुशी और सहजता दी है,
कि मैं उसे लब्जों में बयां नहीं कर सकता.
शुभकामनाओं और इसी उम्मीद में कि,
तुम भी यूं ही खुशी-खुशी हर लम्हा,हर पल,
इतनी ही सहजता और अपने-पन से......
समेट पाओ.   

( 17 सितंबर 2013)-----  तुम्हारा ओ ! नवीन.






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