हम दोनों के संबंधों के बीच,
जो सबसे अहम और खास है,
वो है—
कविता.
कविता से ही हमारे संबंधों की शुरुआत होती है,
अर्थात् तुम्हारा एम.ए. में कविता ऑप्सन लेना,
मेरा तुम्हे वैंलेनटाइंन पर कविता लिख कर देना,
पहली बार तुमने मेरे लिए कविता लिखी,
जब मैं किसी और से प्यार करता था तब,
जब मैं अकेला-तनहा था तब तुमने मुझे लिखी थी,
कविता,
वह कविता और प्रेम-पत्र का सांझा रुप था,
जो तुमने बड़े ही जतन से मुझे सौंपा था,
वो प्रेम-पत्र रूपी कविता आज भी मैंने रखी है,
सहेज-कर.
तुम से प्रेम करते जाना,कविता-दर-कविता लिखते जाना,
मैंने सुहागरात पर भी तुम्हे कविता ही भेंट की दी,
हर बार जन्मदिन पर भी कविता ही देता हूं.
कितना अजीब-सुखद रिश्ता है हमारे बीच कविता का.
बुरे समय की परछाइयों के बीच जिंदा रखा है हमें हमारी कविताओं ने,
उम्मीद और तमाम सपनों के बीज बोएं रखे हमेशा कविताओं ने,
कितनी बार अकेलापन महसूस करते हुए मैंने पढ़ी है तुम्हारी कविताएं,
जिनमें हर वो लम्हा जी उठता था,जो हमने साथ-साथ जिए थे.
कविता हमारे लिए महज हिन्दी की एक विधा मात्र नहीं है,
बल्कि उससे बढ़कर बहुत कुछ है हमारे लिए कविता,
कविता जीवन है,सार है,
हमारे बीच अदृश्य-शक्ति की तरह है,
जो हमें हमेशा ऊर्जा और प्रेरणा देती रहती है,
भले ही ये सारी बातें लोगों को हवाबाजी लगती हो,
पर हमें जीवन जीने का ढंग कविता ने ही दिया है,
इस लिए हम कृतज्ञ है,
कविता के प्रति.
तोहफे लेने-देने के दौर में,
हमे आज भी कविता से बड़ा तौहफा कुछ नजर नहीं आता.
अपनी बात कहने-सुनने का इससे उपयुक्त,
कोई माध्यम नहीं लगता.
---नवीन रमन---
( नोट--- पूनम, तुम्हे जन्मदिन की हार्दिक बधाई. आशा करता हूं तुम्हे
अपने इस इक्तीसवें जन्मदिन पर लिखी मेरी ये तीन कविताएं पसंद आएंगी.यह जन्मदिन इस
लिए भी अपनी खास अहमीयत रखता हैं,क्योंकि शादी के बाद यह तुम्हारा पहला जन्मदिन
है.तुम रोज मुझ से पूछती रहती थी कि मैं क्या-क्या पलान किया है,तुम्हारे जन्मदिन
के लिए.तुम्हे तो पता ही है कि मैं पलान-वलान करने में अपने को असमर्थ ही पाता
हूं.यह मेरी सफाई नहीं है,बल्कि असमर्थता ही है.फिर भी अपनी तरफ से मैं ने
तुम्हारे जन्मदिन को खास बनाने का भरसक प्रयास किया है.बाकी तुम को कैसा लगता
है,इस का मुझे इंतजार रहेगा.तुम्हारा ओ ! नवीन.)
17 सितंबर 2013
(ये तीनों कविताएं मैं ने पहली बार सीधी कंप्यूटर पर ही लिखी है,इससे
पहले मैं ने सारी कविताएं तुम्हे कागज पर लिख कर दी थी.इस मायने में भी ये कविताएं
अलग और विशिष्ट है,मेरी नजर में.मेरे इस प्रेम-भरे नजराने को तह-दिल से स्वीकार
करना.इसी के साथ एक बार फिर, जन्मदिन मुबारक हो.)