मम्मी की स्मृतियों से जब हम विलुप्त होने लगे थे। यह तब की तस्वीर है। साल 2013। इसी साल मैंने शादी की थी। मम्मी को मेरी शादी का चाह सबसे ज्यादा था। पर जब मैंने शादी की तो उनकी चेतना से ख़ुशी और गम गायब हो चुके थे। उनकी चेतना धीरे-धीरे धूमिल होती जा रही थी। शरीर जो कई साल पहले से ही चेतना का साथ छोड़ चुका था। मम्मी की सारी दुनिया उस खाट तक सिमट गयी थी। अब वही उनके सोने,खाने और बाकि के काम का एकमात्र स्पेस रह गया था। न वो खुद खा सकती थी न पहन सकती थी। केवल देखने भर के अलावा कुछ टूटे हुए शब्द ही निकल पाते थे। उनके दांत कब और कहाँ गायब हो गए यह किसी को पता नहीं चला।
एक जीता-जागता इंसान लाश में कैसे बदलता है ये हम से बेहतर कौन जानता होगा।
आप सब को पढ़ने में लग रहा होगा कि कितनी मुश्किलें सहन की है मेरी मम्मी ने। सही सोच रहे हैं आप। पर जो दिक्कत उन्हें शारीरिक और मानसिक थी उसमें किसी की क्या चलती? पर मेरे छोटे भाई और उसकी जीवन संगिनी ऋतु ने मम्मी को कोई अभाव नहीं रहने दिया। दिन-रात हर तरह से मम्मी और पापा के प्रति समर्पित होकर इन्होंने अपना खुशहाल जीवन रचा है।
कहने भर को मैं मम्मी का लाल था। पर असल जिंदगी में मेरी मम्मी का लाल ऋतु ही है। यह अतिशयोक्ति नहीं है। मेरी मम्मी अपने अंतिम क्षणों में केवल एक नाम और चेहरा पहचानती थी और वो ऋतु का था। अपने तीनों बच्चों को भूल गयी और अपने पति को भी। हम मम्मी की स्मृतियों से लुप्त हो गए थे। पर ऋतु वहां मौजूद थी।
यही कारण है कि मैं अपनी मम्मी को जब भी याद करता हूँ मेरी एक आँख में मम्मी और दूसरी आँख में ऋतु होती है। ऋतु के बिना मम्मी अधूरी रहेंगी।
ऋतू के आने बाद मम्मी के अंतिम क्षणों तक हम सब मम्मी के प्रति निश्चिन्त रहते थे। जिसकी वजह एकमात्र ऋतु ही थी। मम्मी के मुंह से अपशब्द सुनने वाली भी ऋतु ही थी। पर उन हर्फों को उसने कभी दिल से नहीं लगाया। थोड़ा क्या कई बार उसे बहुत ज्यादा दुःख भी हुआ होगा। मैं जानता हूँ वो कई बार अकेले में रोई भी होगी। जब शादी होकर आई थी तो बिल्कुल बच्ची ही थी और दिन-ब-दिन उसने अपना व्यक्तित्व विशाल ही किया।
उसका मस्त होना और मुंहफट होना अक्सर सबको अखरता है। सबको यह समझना चाहिए कि उसके व्यक्तित्व का यही विराट पहलू है।
परिवार यूँ ही हंसता-खेलता और मुस्कुराता रहें यही मम्मी की चाहत रही थी और हम सब मम्मी की चाहत को सिद्दत से पूरा कर रहे हैं। यही मम्मी के लिए म्हारी तरफ से प्यार है।
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